Monday, October 11, 2010

चल हट गरीब कही के, खुद को हिन्दुस्तानी बताता है..
..मैला कुचैला पहन कर सड़क पर निकल आता है ..
...हाथो में कटोरा चेहरे पर मैल जमी है...
..गरीब है फिर भी देखो छाती कैसी तनी है..
...तुम्हारे लिये न कुछ था न है न रहेगा..
...तू वो खोटा सिक्का है जो सिर्फ चुनाव में चलेगा..
.. तेरी बीबी भूखी, बच्चे भूखे, माँ भूखी, भाई भूखे..
तेरी किस्मत में कटोरा है, तेरे अरमान सूखे है..
..तू दुर्भाग्य है देश का, तुझको ही हटाना होगा..
उसके बाद बुलंद भारत की बुलंद तस्वीर को बनाना होगा...

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